हिंदुत्व की रक्षा ही है एक मात्र संकल्प|
हिंदुत्व मात्र एक धर्म ही नहीं बल्कि यह संस्कृति है जिसे हमें बचाना है। इसीलिए मेरा हर संभव प्रयास यही रहता है कि उन कार्यों को करूं जो हिन्दू गौरव की यश गाथा में वृद्धि करें। इसी क्रम में मैंने उदयपुर की जनता के सहयोग से कई कार्य किये जिन्हें विश्व रिकार्ड बुक में भी स्थान मिला है।
कोई यकीन कर सकता है कि हिन्दू संस्कृति के प्रतीक तुलसी के पौधे को ग्यारह हज़ार घरों में महज़ 2 घंटों में रोपित किया गया। यह अब तक का अनूठा प्रयास था जिसने न सिर्फ हमारी संस्कृति की रक्षा की बल्कि पर्यावरण के लिए योगदान किया। इसके साथ ही दर्शन की अप्रतिम पुस्तक और हमारा पवित्र ग्रन्थ गीता को भी घर -घर तक पहुँचाया है।
मेरा उद्देश्य हमेशा अपनी संस्कृति का उत्थान ही रहा है। साथ ही हमने समाज में निरीह और वंचित वर्ग के बच्चों को उनका अधिकार देते हुए स्कूल बैग्स का वितरण भी किया है। यह कार्य उन्हें स्वावलंबी बनाएगा। यही कारण हैं कि इस कार्य को भी विश्व रिकार्ड बुक में स्थान मिला है। इसके अलावा लोगों के सहयोग से गरीबों को दिए जाने वाले जूते और चप्पलों की सबसे लम्बी श्रृंखला बनाने का रिकार्ड भी हमारे खाते में आया है। हम लोगों ने आम जन मानस की स्मृतियों को जीवित रखने के लिए उन्हें फ्रेम किये हुए फोटोग्राफ भी वितरित किये हैं।
इन्हीं सब उपलब्धियों को मान्यता देते हुए अभी तीस जून को दिल्ली में मुझे ‘यूथ आइकन फॉर इन्नोवेटिव सोशल लीडरशिप इन इण्डिया’ सम्मान से विभूषित भी किया गया है| यह सम्मान दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी जी के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया है| मैं यह सम्मान उदयपुर की जनता को समर्पित करता हूँ और आशा करता हूँ कि आगे भी आपके यश-वृद्धि के लिए कार्य करता रहूँगा।